LIC बीमा धारक की मृत्यु होने पर बीमा क्लेम कैसे ले ? : Sahi Aur Galat

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नमस्ते दोस्तों!

LIC में आपके पिता, माँ या किसी सगे सम्बन्धी का बीमा है या इनमे से किसी का स्वर्गवास हो गया हो और उनका बीमा LIC में था, तो यह लेख ज़रूर पढें।

मैंने ऑनलाइन इंटरनेट पर बहुत खोजबीन किया की कोई ऐसा लेख मिल जाएँ जिसमे अच्छे से यह दिया हो की मृत्यु के उपरांत LIC में नॉमिनी यानी भवदीय द्वारा दावा करके जायज रकम लिया जा सके। लेकिन मुझे कोई एक भी ढंग का लेख नही मिला जिसमे एक एक स्टेप करके अच्छे ये यह बताया गया हो की LIC में मृत्युदावा कैसे करें।

दोस्तों अगर आपके मृतक बीमाधारक परिजन के बीमा करने वाले एजेंट को आप अच्छे से जानते पहचानते है तब तो आप उनके माध्यम से सारा मृत्युदावा का पैसा ले सकते है। लेकिन ध्यान रहे, अगर वो किसी भी तरह के पैसे की माँग करते है तो आपको पैसे देने की ज़रूरत नही है। क्योंकि LIC के तरफ से मृत्युदावे के रकम लेने के लिए किसी भी तरह का पैसा नही चार्ज किया जाता है। एजेंट को LIC के तरफ से आपका काम करवाने के लिए कमीशन मिलता है। ज़्यादा जानकारी के लिए आप LIC के टोलफ्री नंबर पर काल करके पूछताछ कर सकते हैं।

शुरू करने से पहले एक चेतावनी – चाहे कुछ भी हो जाए, आप आपके मृतक परिजन से संबंधित कोई भी ज़रूरी दस्तावेज किसी को नही देंगे। हालांकि यह लेख LIC के बारे में है, तो इसका मतलब हुआ की आप मृतक के पॉलिसी बांड को किसी को नही देंगे, अगर यह पॉलिसी बांड खो जाती है तो फिर भागदौड़ और पैसे दोनो खर्च करनी पड़ेगी।

LIC Death Claim procedure Step By Step

अब हम मुद्दे की बात पर आते है। भवदीय को दावे का पैसा लेने के लिए निम्न स्टेप अनुसरित करना होगा।

स्टेप 1 :

दोस्तों, परिजन के मृत्यु के बाद दिमाग ऐसे ही परेशान रहता है, परन्तु आपको धैर्य बनाये रखने की ज़रूरत है। जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी नीचे दिए गए निम्नलिखित प्रमाण पत्रों और दस्तावेजों को एक एक करके बनवा लें।

Lic में मृत्युदावे से पहले दो चीज़ों को तैयार रखे।

  1. नॉमिनी द्वारा बीमा का पैसा लेने के लिए, मृत्युदावा करने से पहले ज़रूरी प्रमाण पत्र
  2. नॉमिनी का ज़रूरी दस्तावेज और कुछ चीज़े

1. ज़रूरी प्रमाण पत्र

  • ऑनलाइन मृत्यु प्रमाण पत्र
  • कुटुम्ब परिवार रजिस्टर का नकल
  • मृतक के दाहसंस्कार के समय का प्रमाण पत्र
  • अगर आप गाँव से हैं तब, ग्राम प्रधान द्वारा सत्यापित मृत्यु प्रमाण पत्र
  • अगर परिजन की मृत्यु हॉस्पिटल में हुई है, तब हॉस्पिटल से प्रमाणित मृत्यु प्रमाण पत्र

2. नॉमिनी का ज़रूरी दस्तावेज और फ़ोटो

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • नया पासपोर्ट साइज फ़ोटो – लैब से इकट्ठा 40-50 बनवा लें। सस्ता भी पड़ेगा और LIC के अलावा और भी बाकी के काम में इस्तेमाल हो जाएगा।

नोट : सभी प्रमाण पत्र और दस्तावेज का ज़ेरॉक्स यानी फोटोकॉपी ही LIC में जमा होगा। मूलप्रति अच्छे से संभाल कर रखे।

स्टेप 2 :

अब आगे की सारे काम के लिए आपके पास दो विकल्प रहेगा।

पहला विकल्प – अगर आप चाहे तो खुद LIC शाखा जाकर सारा काम करवा सकते है (भागमभाग ज़्यादा रहेगी, लेकिन मैने ऐसा ही किया था), इससे आपको सारी चीज़ों की जानकारी हो जाती है जिससे आप भविष्य में अपना सारा काम खुद कर सकते है, ऐसा करने से आप धोखाधड़ी से बचे रहेंगे।

विकल्प दूसरा – आप अपने मृतक परिजन के LIC एजेंट या आपके जानकारी के विश्वास पात्र LIC एजेंट द्वारा सारा काम करवाएं, इस स्थिति में आपको दौड़ना नही पड़ेगा, लेकिन धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाएगी और जबतक पूरा काम नही होता है तब तक उस एजेंट को कॉल कर करके पूछताछ करते रहना होगा।

पहले विकल्प के स्थिति में

सारे मृत्यु प्रमाण के फोटोकॉपी लेकर मृतक के पॉलिसी के LIC शाखा पर जाएं। वहाँ जाकर पॉलिसी प्रीमियम हिस्ट्री निकलवायें, इसके लिए आपको पॉलिसी नंबर देना होगा। फिर दावा विभाग काउंटर पर जाकर दावा ऑफिसर को अपने परिजन के मृत्यु के बारे में बताएं। हो सकता है की वो आपको मृत्युदावा सूचना पत्र भर कर जमा करने को कहे, जिससे की आपके घर डाक द्वारा आगे की प्रक्रिया के लिए ज़रूरी पत्र और प्रपत्र (जैसे – प्रपत्र सं. 3788, 3801, 3785 आदि) भेजें। या फिर समक्ष रूप से मृत्यु प्रमाण पत्र देखकर तुरंत सारे ज़रूरी पत्र और प्रपत्र दे दें, यह प्रक्रिया शाखा पर निर्भर करता है।
इन दोनो स्थिति के अनुसार दावा अफसर से यह ज़रूर पूछ लें की इन प्रपत्रो के अलावा और क्या क्या दस्तावेज (नॉमिनी का आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक का फोटोकॉपी आदि) लगेंगे, अगर उन्हें सत्यापित करवाना है तो किससे करवाएं।

स्टेप 3 :

सारे पत्र और प्रपत्र मिलने के बाद इन सबको सही तरीके से भरना और अधिकारी द्वारा सत्यापित करवाना की सबसे खास काम होता है। इस काम को आप एजेंट द्वारा करवा सकते है, सबसे अच्छी बात यह है की कोई भी LIC एजेंट या अधिकारी इसे कर सकता है और करना भी चाहेगा। क्यूंकि इन सब प्रपत्रों को भरते समय अभिकर्ता का हस्ताक्षर और उनका कोड संख्या भी भरा जाता है, जिससे उन्हें भी lic द्वारा कमीशन के तौर पर फायदा होता है।

इन्हें भरते समय 4 लोगों का हस्ताक्षर चाहिए होता है

  1. भवदीय यानी नॉमिनी का हस्ताक्षर
  2. किसी lic अभिकर्ता का हस्ताक्षर
  3. किसी सरकारी डॉक्टर या प्रपत्र पर दिए गए अधिकारी का हस्ताक्षर और मुहर
  4. मृतक को पहले से जानने, पहचानने और मृत्यु के बाद से दाह संस्कार होने तक उपस्थित रहने वाले का हस्ताक्षर

स्टेप 4 : अंतिम काम

सारे प्रपत्र भरने के बाद, इन सबको वास्तविक पॉलिसी बांड, प्रीमियम हिस्ट्री कागज, अन्तिम रसीद और सभी ज़रूरी प्रमाण पत्र तथा दस्तावेज के साथ संलग्न कर लें। फिर शाखा जाकर दावा विभाग अफसर को दें, ये खुद या ज़रूरी अधिकारी के पास भेजेंगे सारे संलग्न पेपर को चेक करने और सत्यापित के लिए। खास तौर पर मृत्यु प्रमाण पत्र, कुटुम्ब रजिस्टर का नकल और बैंक पासबुक के फोटोकॉपी को सत्यापित किया जाता है।

चेक और सत्यापित होने के बाद अधिकारी द्वारा ok कर दिया जाएगा। फिर वो बताएंगे की इसे कहाँ जमा करना है। वहाँ जाकर जमा कर दें।

नोट : जमा करने से पहले सारे संलग्न पेपर का ज़ेरॉक्स करवा लें और इनको अच्छे क्वालिटी में स्कैन या फोटो खींच कर रख लें।

धन्यवाद !

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