मदरबोर्ड – Definition, Types, Components, Uses – SahiAurGalat

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मदरबोर्ड की फोटो

दुनिया की पहली मदरबोर्ड आईबीएम कंपनी ने वर्ष 1981 मे बनाई थी, जो पहली बार किसी पर्सनल कम्प्युटर मे लगाया गया था। लेकिन खास बात ये है की इसे मदरबोर्ड नही, बल्कि प्लानर (Planar) नाम दिया गया था।

ये बात आमतौर पर सबको पता है की, मदर-बोर्ड कम्प्युटर के लिए इस्तेमाल होता है, चाहे वो लैपटाप हो या डेस्कटॉप हो। लेकिन दिलचस्प बात यह है की मदर-बोर्ड, स्मार्टफोन और टैबलेट्स मे भी इस्तेमाल किया जाता है। हालाँकि इसे लॉजिक बोर्ड के नाम से जाना जाता है। स्मार्टफोन और टैबलेट्स के लॉजिक बोर्ड मे लगभग सारे कम्पोनेंट्स (जैसे – प्रोसेसर, रैम आदि) सोल्डर किए हुये होते है। अतः इन्हे अपग्रेड नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर रैम 2 जीबी है तो यह इतनी ही रहेगी, इसे नाही बढ़ा सकते है और नाही घटा सकते है। अगर स्मार्टफोन या टैबलेट्स मे “डाटा स्टोरेज मेमोरी चिप” के लिए जगह (slot) है तो इसमे आप मेमोरी कार्ड लगाकर “डाटा स्टोरेज साइज़” बढ़ा सकते है।

लैपटाप के भी मदर-बोर्ड मे केवल रैम, एचडीडी और ऑप्टिकल ड्राइव के अलावा कुछ भी अपग्रेड नही कर सकते है।

डेस्कटॉप के मदर-बोर्ड मे सीपीयू, एचडीडी, रैम, ग्राफिक कार्ड, पी.सी.आई. आदि घटक अपग्रेड किए जा सकते है।

नोट:एप्पल कम्प्युटर के मदर-बोर्ड को भी लॉजिक बोर्ड कहते है। यह एप्पल कंपनी द्वारा दी गयी व्यक्तिगत नाम है।

मदरबोर्ड क्या होता है ?

मदरबोर्ड के नाम की व्याख्या करें तो इसे ” मदर यानी जननी ” + ” बोर्ड यानी पूरा कंप्यूटर सिस्टम “, अर्थात मदर-बोर्ड किसी भी कंप्यूटर सिस्टम की जननी होती है। अब जननी की अहमियत क्या होती है, यह भलीभाँति आपको ज्ञात होगा।

मदरबोर्ड की परिभाषा :

मदरबोर्ड कम्प्युटर के लिए रीड़ की हड्डी की तरह काम करता है। मदर-बोर्ड कंप्यूटर का मुख्य प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (PCB) होता है। इससे कम्प्युटर की बाहरी और आन्तरिक सारे उपकरण एक कड़ी की तरह जुड़ी हुयी होती है। यह रैम, सेंट्रल प्रोसेससिंग यूनिट, डाटा स्टोरेज हार्ड ड्राइव, फ़ैन, सीडी ड्राइव, एच.डी.एम.आई. पोर्ट, वी.जी.ए. पोर्ट, इंटरनेट पोर्ट, ऑडिओ पोर्ट, स्पीकर पोर्ट, माऊस कनेक्टर, कीबोर्ड कनेक्टर, यूएसबी पोर्ट, पावर बटन आदि हार्डवेयर पुर्जों को शक्ति देता है तथा संचार व्यवस्था को व्यवस्थित रखता है।

मदर-बोर्ड को कई अन्य नाम से भी जाना जाता है, जैसे – मेन सर्किट बोर्ड, सिस्टम बोर्ड, लॉजिक बोर्ड, मेनबोर्ड, बेस बोर्ड, आदि।

मदरबोर्ड मे बहुत सारे पोर्ट, स्लॉट्स यानी वायरिंग कनेक्शन होते हैं। लेकिन वास्तव मे इन सबके बारे मे जानने के लिए की ये कितने होते है, यह बता पाना किसी के लिए भी थोड़ा मुश्किल हो सकता है। क्यूंकी इसका कोई सार्वत्रिक डिज़ाइन नही होता है। अतः अगर आप यह जानना चाहते है की आपके कम्प्युटर के मदर-बोर्ड मे कितने पोर्ट होते है तो, आपको उस बोर्ड के “यूजर गाइड बूक मैनुअल” को पढ़ना होगा।

मदरबोर्ड के प्रकार:

मदर-बोर्ड कितने प्रकार के होते हैं? ये प्रश्न ज़रा पेचीदा है। क्यूंकी कम्प्युटर विशेषज्ञ के अनुसार इसे केवल कम्प्युटर फॉर्म फैक्टर के हिसाब से उल्लेख (specify) किया जा सकता है। हालाँकि विकिपीडिया ने फॉर्म फैक्टर के अनुसार मदर-बोर्ड 41 प्रकार का बताया है!

निम्नलिखित मे कुछ अधिकांश सामान्य रूप से इस्तेमाल की जाने वाली मदर-बोर्ड,

  • ए. टी. (AT)
  • बेबी ए. टी. (Baby AT)
  • फूल ए. टी. (Full AT)
  • ए. टी. एक्स. (ATX)
  • मिनी ए. टी. एक्स. (Mini ATX)
  • माइक्रो ए. टी. एक्स. (Micro ATX)
  • फूल ए. टी. एक्स. (Full ATX)
  • बी. टी. एक्स. (BTX)
  • एल. पी. एक्स. (LPX)
  • मिनी आई. टी. एक्स. (Mini ITX)
  • नैनो आई. टी. एक्स. (Nano ITX)
  • पिको आई. टी. एक्स. (Pico ITX)

मदरबोर्ड के घटक या पुर्जे (Components)

कम्प्युटर के सबसे बडे सर्किट बोर्ड मदर-बोर्ड के बहुत सारे कम्पोनेंट्स होते है। इन सभी कम्पोनेंट्स के जरिये ही कम्प्युटर चलता है। ये सारी कम्पोनेंट्स एक दूसरे के इतने पास-पास होती है की, अगर इनमे से कोई एक खराब हो जाये तो रिपेयर करने मे बहुत दिक्कत होती है। हालाँकि कम्प्युटर सर्किट मैकेनिक के लिए आसान होती है, लेकिन इन्हे भी सावधानी के साथ रिपेयर करना पड़ता है।

मदर-बोर्ड की डिज़ाइन दिन ब दिन आधुनिक तकनीक के साथ तब्दील होती रहती है। कंपनी ब्रांड के अनुसार हर मदर-बोर्ड की डिज़ाइन अलग अलग होती है। साथ ही साथ 80 के दशक से लेकर आज तक बहुत सारी पार्ट-पुर्जे पुराने नाम और गुणवत्ता से अग्रिम आधुनिक नाम और गुणवत्ता मे तब्दील हो चुकी हैं। अतः इन सब बातों को ध्यान मे रखते हुये ” सही और गलत ” की पूरी कोशिश रहेगी की निम्नलिखित मे मदरबोर्ड के सारे कंपोनेंट्स को बताया जा सके।

  • सी.पी.यू. सॉकेट (CPU Socket)
  • रैम मेमोरी स्लोट्स (RAM Memory Slots)
  • साटा कनेक्टर (SATA Connector)
  • पावर कनेक्टर (Power Connector)
  • बैक पैनल कनेक्टर (Back Panel & Input/output Connectors)
  • एक्सपैन्सन स्लॉट्स (PCI, PCI Express, AGP, ISA)
  • नॉर्थ ब्रिज (Northbridge)
  • साऊथ ब्रिज (Southbridge)
  • सी.एम.ओ.एस. बैटरी (CMOS Battery)
  • आईडीई कनेक्टर (IDE Connector)
  • यू.एस.बी. हेडर (USB Headers)
  • ग्राफिक्स कार्ड स्लॉट (Graphics Card Slot)
  • बी.आई.ओ.एस. (BIOS)

धन्यवाद !

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