गरीब का दशहरा
एक गाँव में लक्ष्मण और उसकी पत्नी गीता रहते थे। वह दोनों अपनी जीविका चलाने हेतु खिलौने बनाकर उन्हें बाज़ार में बेचते थे। उनके हाथ में बहुत गुण था। उनके खिलौने बहुत अच्छे होते थे। मिट्टी की मूर्तियाँ तो एक असली लगती थी मानो अभी बोल देंगी। उनकी सबसे अच्छी कमाई त्योहारों के समय होती…